इन्द्रधनुष से रंग पाने को
आसमान में उड़ जाने को जी करता है
क्षितिज को छूने को
हवा सा सरसराने को जी करता
चाँद पर चलने को
तारे चुराने को जी करता है
बादल में छुपने को
नदी में बह जाने को जी करता है
सूरज से मिलने को
पंछियों संग समय बीताने को जी करता है
पत्तों सा लहलहाने को
फूलों सा महकने को जी करता है
छुप छुप कर चलती बिल्ली का पीछा करने को जी करता है
हाथी की लम्बी सूंड पर झूला झूलने को जी करता है
समुद्र की लहरों में पाँव भिगोने को जी करता है
पहली बारिश की मिट्टी से उठती खुशबू सूंघने को जी करता है
बच्चों सा चिल्लाने को
चिड़िया सा चह्चहाने को जी करता है
मोरनी सा झूमने को
तेज़ बरसात में भीगने को जी करता है
सूरज को सुबह और शाम में एकटक देखते जाने को जी करता है
घोंसले में रखे अंडे को हाथ लगाने को जी करता है
कुछ हवा से बातें करने को
वादियों में रास्ता बनाने को जी करता है
अनजान राह पर चलने को
प्रकृति में खो जाने को जी करता है
खेत में उगती सरसों के बीच रोज़ सैर करके आने को जी करता है
वन में पेड़ो की छाँव में समय बीताने को जी करता है
झरने के पानी से उड़ती बूंदों के पास चेहरा ले जाने को जी करता है
गीली रेत में घर बनाने,
तितली पकड़ कर फिर उड़ाने को जी करता है
खिलखिला कर मुस्कुराने को
सबको हंसाने को जी करता है
आसमान में उड़ जाने को जी करता है
क्षितिज को छूने को
हवा सा सरसराने को जी करता
चाँद पर चलने को
तारे चुराने को जी करता है
बादल में छुपने को
नदी में बह जाने को जी करता है
सूरज से मिलने को
पंछियों संग समय बीताने को जी करता है
पत्तों सा लहलहाने को
फूलों सा महकने को जी करता है
छुप छुप कर चलती बिल्ली का पीछा करने को जी करता है
हाथी की लम्बी सूंड पर झूला झूलने को जी करता है
समुद्र की लहरों में पाँव भिगोने को जी करता है
पहली बारिश की मिट्टी से उठती खुशबू सूंघने को जी करता है
बच्चों सा चिल्लाने को
चिड़िया सा चह्चहाने को जी करता है
मोरनी सा झूमने को
तेज़ बरसात में भीगने को जी करता है
सूरज को सुबह और शाम में एकटक देखते जाने को जी करता है
घोंसले में रखे अंडे को हाथ लगाने को जी करता है
कुछ हवा से बातें करने को
वादियों में रास्ता बनाने को जी करता है
अनजान राह पर चलने को
प्रकृति में खो जाने को जी करता है
खेत में उगती सरसों के बीच रोज़ सैर करके आने को जी करता है
वन में पेड़ो की छाँव में समय बीताने को जी करता है
झरने के पानी से उड़ती बूंदों के पास चेहरा ले जाने को जी करता है
गीली रेत में घर बनाने,
तितली पकड़ कर फिर उड़ाने को जी करता है
खिलखिला कर मुस्कुराने को
सबको हंसाने को जी करता है